तू मेरी नानी की बेटी,
कह माँ कह लेटी ही लेटी।
गीता के गीतों में क्या है?
गीतों मे क्या रह्स्य छुपा है?
सुन बेटी लेटी ही लेटी,
गीता के गीतों में - सृष्टि का मर्म छिपा है,
मनव का धर्म छिपा है।
ज्ञान से विज्ञान समझ कर,
ज्ञानियों से ज्ञान प्राप्त कर।
कर्म योगी बन, कर्म में अधिकार है तेरा।
फल संकल्प नहीं है तेरा।
परमात्मा बस एक कृष्ण है,
हम सब हैं उसकी आत्मा।
वो अशरीर है, हम सशरीर हैं।
शरीर नशवर है, आत्मा अमर है।
जीवन है तो मृत्यु निशचित है,
मृत्यु है तो जन्म निशचित है,
इस बन्धन से मुक्ति मोक्ष है।
कृष्ण ने कहा